*ऐसी हूँ मैं*
सूरज की पहली किरणों वाली
चिड़िया के करलव सी प्यारी
नींद से जागने वाली, ऐसी हूं मैं।
ठंडी मस्त हवाओं वाली
अदरक वाली चाय की प्याली
चुस्की का दम भरने वाली ऐसी हूँ मैं।
झट से काम निपटाने वाली
स्वादिष्ट व्यंजन बनाने वाली
नान पराठा रोटी वाली ऐसी हूँ मैं।
तपती धूप में छाया वाली
छाछ,लस्सी, शिकंजी वाली
ठंडी कुल्फी मतवाली ऐसी हूँ मैं।
इंद्रधनुषी के सुनहरी रंगों वाली
सुरमई शाम रंग बहारों वाली
फूलों भरी सुंदर फुलवारी ऐसी हूँ मैं।
निशा हूँ मैं चमकीले तारों वाली
चंदा जैसी बिंदिया वाली
मन की चंचल और मधुरभाषी
ऐसी हूँ मैं।
सरिता प्रजापति
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