तिनका तिनका जुड़ती है यादें आशियाने मे
सारा जीवन दे दिया इस नीड को सजाने मे....
एक ख्वाब रख कर भूल गए दिल के तहखाने मे
खुद को भी खुश रखना है जीने के लिए जमाने मे....!!
वक़्त पल मे बदलता है ,न देर लगती है बदल जाने मे
बहुत वक़्त लगा बैठे शायद हम खुद को समझाने मे
कह नही पाए कुछ मन की हम,रह गएसुनने,सुनाने मे
मेहनत से पाया सबकुछ,नहीआये किसी के बहकाने मे..!!
ख्याबो के भी बड़े सौदागर हम बन बैठे अंजाने मे
हसरतें मचलती रही, हम लगे थे दिल को समझाने मे
कितने सावन बरस गए, हम तरस गए भीग जाने मे
ख़ुद को हमने डूबा हुआ पाया, लगे ख़ुद को बचाने मे..!!
तिनका सी जोड़ी यादों को, बसाया सदा पलकों मे
मेहनत भी रंग लायेगी, तब मुस्कान होगी अधरों पे
सौ बरस भी जी लेंगे उन खुशियोँ के संग पलभर मे
भीग जायेगा तब तन मन मेरा अबकी बार सावन मे..!!
Beautiful lines ��
जवाब देंहटाएंखूबसूरत एहसास
जवाब देंहटाएंअति सुंदर 🙏
जवाब देंहटाएं🙏🙏🙏
जवाब देंहटाएंVery nice
जवाब देंहटाएंNice
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर और भावपूर्ण रचना है 🙏🙏🙏
जवाब देंहटाएंLajawab
जवाब देंहटाएं